Last updated on February 3rd, 2025 at 06:34 am
भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) ने 2025 से एक नया नियम लागू किया है जिसके तहत अब निष्क्रिय (Inoperative) बचत खातों को फ्रीज (Freeze) कर दिया जाएगा। यह कदम बैंकिंग सिस्टम में पारदर्शिता बढ़ाने और धोखाधड़ी को रोकने के लिए उठाया गया है। निष्क्रिय खाते वे होते हैं जिनमें लंबे समय से कोई लेन-देन नहीं हुआ हो। यदि आपके पास भी ऐसा खाता है, तो आपको इसे सक्रिय रखने की जरूरत है, अन्यथा यह फ्रीज हो सकता है।
इस लेख में हम आपको RBI New Rule 2025 के बारे में विस्तार से बताएंगे और आपको यह समझने में मदद करेंगे कि इस नियम का आपके बैंकिंग व्यवहार पर क्या प्रभाव पड़ेगा।
RBI New Rule 2025
RBI का मुख्य उद्देश्य बैंकों में निष्क्रिय खाता रखने की प्रवृत्ति को कम करना और धोखाधड़ी के जोखिम को घटाना है। निष्क्रिय खातों को नियंत्रित करने से बैंकों को अधिक सुरक्षित और पारदर्शी बनाया जा सकेगा। इसके अलावा, इस नियम का पालन करने से बैंकिंग प्रक्रियाओं में सुधार होगा और खातों से जुड़ी धोखाधड़ी और अवैध गतिविधियों को रोका जा सकेगा।
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निष्क्रिय खाता क्या होता है?
निष्क्रिय खाता वह खाता है जिसमें पिछले 12 महीनों में कोई लेन-देन नहीं हुआ है। इसका मतलब है कि उस खाते में न तो कोई जमा हुआ हो, न ही निकासी की गई हो। यदि आपके खाते में पिछले एक साल से कोई भी वित्तीय गतिविधि नहीं हुई है, तो वह खाता निष्क्रिय माना जाएगा। RBI के नए नियम के तहत, ऐसे खातों को फ्रीज कर दिया जाएगा, जिससे खाताधारक उन खातों से कोई लेन-देन नहीं कर सकेंगे।
RBI New Rule 2025 के अनुसार क्या होगा?
RBI ने यह घोषणा की है कि 2025 से निष्क्रिय बचत खातों को फ्रीज कर दिया जाएगा। इसका मतलब है कि यदि आपके खाते में पिछले 12 महीनों में कोई गतिविधि नहीं हुई, तो आपका खाता बंद या फ्रीज हो सकता है। खाता फ्रीज होने के बाद, आप न तो उस खाते से पैसा निकाल सकेंगे और न ही कोई भुगतान कर सकेंगे। इस स्थिति से बचने के लिए आपको अपने खाते में नियमित रूप से कोई न कोई लेन-देन करना होगा, ताकि वह सक्रिय बना रहे।
फ्रीज होने से कैसे बचें?
अगर आपका खाता निष्क्रिय हो चुका है या निष्क्रिय होने के कगार पर है, तो आपको इसे फ्रीज होने से बचाने के लिए कुछ आसान उपाय करने होंगे:
- नियमित रूप से लेन–देन करें: अपने खाते में हर कुछ महीनों में कोई छोटी-मोटी लेन-देन करें। इससे बैंक को यह संकेत मिलेगा कि आपका खाता सक्रिय है। आप छोटे जमा या निकासी कर सकते हैं, जैसे कि मोबाइल रिचार्ज, बिल भुगतान या किसी और छोटे खर्च का भुगतान।
- ऑनलाइन ट्रांज़ेक्शन का इस्तेमाल करें: डिजिटल ट्रांज़ेक्शन की बढ़ती लोकप्रियता के साथ, आप अपने खाते से ऑनलाइन भुगतान कर सकते हैं। चाहे वह इंटरनेट शॉपिंग हो या बिल पेमेंट, यह आपके खाते को सक्रिय रखेगा और उसे निष्क्रिय होने से बचाएगा।
- बैंक से संपर्क करें: अगर आपका खाता निष्क्रिय हो गया है, तो आपको अपने बैंक से संपर्क करना चाहिए। बैंक आपके खाता स्थिति को अपडेट करने में मदद करेगा। इसके अलावा, यदि आपको अपनी KYC (Know Your Customer) जानकारी अपडेट करने की आवश्यकता है, तो वह भी कर लें।
- कागजी दस्तावेज़ अपडेट करें: कई बार खातों के निष्क्रिय होने का कारण ग्राहक द्वारा जरूरी कागजी दस्तावेज़ों को अपडेट न करना होता है। अपने बैंक के पास आवश्यक KYC दस्तावेज़ों को अपलोड करें ताकि आपका खाता सक्रिय रहे।
क्या होता है जब खाता फ्रीज हो जाता है?
जब आपका खाता फ्रीज हो जाता है, तो आपको उस खाते से किसी भी प्रकार का लेन-देन करने की अनुमति नहीं मिलेगी। इसमें जमा, निकासी, चेक द्वारा भुगतान, और डेबिट कार्ड से भुगतान सभी शामिल हैं। फ्रीज खाता न केवल आपके लिए असुविधाजनक हो सकता है, बल्कि यह बैंक की नज़र में भी एक समस्या उत्पन्न कर सकता है।
फ्रीज होने के बाद, आपको बैंक के साथ संपर्क करना होगा और फिर से खाता सक्रिय करने के लिए जरूरी प्रक्रिया पूरी करनी होगी। इसमें कुछ समय लग सकता है और इसके लिए आपको अतिरिक्त दस्तावेज़ और प्रमाण देने पड़ सकते हैं।
निष्क्रिय खातों के प्रभाव
निष्क्रिय खातों के कई नकारात्मक प्रभाव हो सकते हैं, जिनमें से कुछ निम्नलिखित हैं:
- धोखाधड़ी का खतरा: निष्क्रिय खाता अपराधियों के लिए एक लक्ष्य बन सकता है। चूंकि खाता मालिक उसका उपयोग नहीं कर रहा होता, धोखाधड़ी या फर्जी लेन-देन होने की संभावना बढ़ जाती है।
- बैंक की निगरानी: बैंक निष्क्रिय खातों पर निगरानी रखता है, क्योंकि यह ग्राहकों और बैंक दोनों के लिए जोखिम पैदा कर सकता है। निष्क्रिय खाते धोखाधड़ी और गलत लेन-देन के लिए उपयुक्त हो सकते हैं।
- क्रेडिट स्कोर पर असर: यदि आपका खाता निष्क्रिय हो जाता है और आपने इसे सक्रिय नहीं किया, तो यह आपके क्रेडिट स्कोर को प्रभावित कर सकता है, खासकर अगर आप भविष्य में किसी लोन के लिए आवेदन करने का सोच रहे हैं।
निष्क्रिय खाता कैसे सक्रिय करें?
निष्क्रिय खाता सक्रिय करने के लिए आपको कुछ सरल कदम उठाने होंगे:
- खाता में लेन–देन करें: खाते में एक छोटा सा लेन-देन करके उसे सक्रिय करें। यह एक सरल और प्रभावी तरीका है।
- बैंक से संपर्क करें: अगर आपने खाते में लेन-देन किया और फिर भी वह निष्क्रिय है, तो बैंक से संपर्क करें और उन्हें अपनी जानकारी अपडेट करने के लिए कहें।
- KYC प्रक्रिया पूरी करें: अगर आपके KYC दस्तावेज़ अपडेट नहीं हैं, तो उन्हें बैंक में जमा करें और अपनी पहचान को प्रमाणित करें। इससे खाता सक्रिय हो सकता है।
नोट
RBI New Rule 2025 के तहत निष्क्रिय बचत खातों को फ्रीज किया जाना एक महत्वपूर्ण बदलाव है, जो ग्राहकों और बैंकों दोनों के लिए सुरक्षा प्रदान करेगा। अगर आपके पास निष्क्रिय खाता है, तो उसे जल्द से जल्द सक्रिय करें। सुनिश्चित करें कि आपके खाते में नियमित रूप से लेन-देन हो और सभी आवश्यक दस्तावेज़ अपडेट किए गए हों। इससे न केवल आपका खाता सुरक्षित रहेगा, बल्कि भविष्य में बैंकिंग सेवाओं का सही उपयोग भी संभव होगा।